सड़क पर उतरे लोग, जानिए क्या है प्रदर्शन की असली वजह?

पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत को चेतावनी दी है कि अगर उसने “सिंधु जल संधि का उल्लंघन” करते हुए सिंधु नदी पर कोई भी संरचना बनाई, तो पाकिस्तान उस पर हमला करेगा. यह चेतावनी पहलगाम आतंकी हमले के बाद संधि को निलंबित किए जाने के परिप्रेक्ष्य में दी गई थी . वहीं कुछ दिन पहले ही बिलावल भुट्टो ने हाल ही में भारत के सिंधु जल संधि निलंबन के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि सिंधु नदी हमारी थी, हमारी है और हमारी ही रहेगी. या तो उसमें हमारा पानी बहेगा, या फिर उनका खून.

ऐसा इसलिए भी क्योंकि भारत के सख्त रुख को देखकर पाकिस्तान सहम सा गया है. यही वजह है कि उसकी सेना लगातार एलओसी पर सीजफायर का उल्लंघन करती दिख रही है. जिसका जवाब भारतीय सेना बखूबी दे रही है. मिल रही जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी सेना ने जम्मू के पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी अखनूर से लेकर कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला तक एलओसी पर फायरिंग की है. पाकिस्तान की इस फायरिंग का भारत ने करारा जवाब दिया है. 

जम्मू कश्मीर सीमा पर उकसावे वाली फायरिंग करने का पाकिस्तान का एक लंबा इतिहास रहा है. पाकिस्तान की तरफ से 2018 में 2140, 2019 में 3479 और 2020 में 5133 बार सीजफायर तोड़ा गया.पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान नौ दिन से सीजफायर तोड़ रहा है. उसकी तरफ से लगातार फायरिंग हो रही है, जिसका सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है.सड़क पर उतरे लोग, जानिए क्या है प्रदर्शन की असली वजह?